यह बात दुबई की है जब एक लड़की अपने पिता के साथ ड्राइव पर निकली थी। रास्ते में गाड़ी चलाते वक़्त एक रेतीला तूफ़ान आ गया। लड़की घबरा गई, उसने गाड़ी को किनारे पर रोक अपने पिता से पूछी कि “पिताजी अब क्या करें??”
पिताजी ने कहा “बेटी गाड़ी चलाते रहो” लड़की ने गाड़ी को दोबारा शुरू कर आगे चल पड़ी, आगे जाने
के बाद तूफ़ान और भयंकर होता जा रहा था। तभी लड़की ने फिर अपने पिता से पूछी “पिताजी अब क्या करें??”
पिता ने फिर वही जवाब दिया “बेटी गाड़ी
चलाते रहो” लड़की अपने पिता की बात को सुनकर चोंक गई, लेकिन वह गाड़ी चलाती
रही। कुछ दूर और जाने पर लड़की ने देखा की बाकि गाड़ी
वालों ने अपनी गाड़ी किनारे पर रोककर तूफ़ान थमने का इंतज़ार कर रहे है। उस लड़की ने भी सोचा कि उसे भी गाड़ी रोक लेनी चाहिए, क्योंकि उसे आगे
का रास्ता साफ नजर नही आ रहा था।
उसने अपने पिता से कहा तूफ़ान भयंकर होता जा रहा है पिताजी सभी ने अपनी
गाड़ी रोक ली है हमे भी रोक लेनी चाहिए, लेकिन उसके पिता ने कहा “हार मत मानो बेटी गाड़ी चलाना मत छोड़ो” लड़की ने अपने
पिता से पूछा क्यों पिताजी? तूफ़ान इतना भयंकर होता जा रहा है कुछ भी साफ़ नही दिख
रहा है और आप मुझे गाड़ी चलाने को कह रहे है।
पिता ने कहा “बेटी तुम बस गाड़ी चलाते रहो,
तुम्हे तुम्हारे सारे सवालों का जवाब मिल जाएगा” लड़की डरते सहमते आगे बढ़ती
रही जल्द ही उसे कुछ साफ़ साफ़ दिखाई देने लगा और कुछ आगे जाने पर सबकुछ साफ़ साफ़
दिखाई देने लगा, तूफ़ान पीछे छुट चूका था, मौसम साफ़ हो चुकी थी और आसमान में सूरज
चमकने लगे थे।
पिता ने कहा अब गाड़ी रोको और बाहर निकलो, लड़की ने कहा क्यों पिताजी?
पिता ने कहा जरा गाड़ी रोककर पीछे मुड़कर तो देखो “वो सभी
जिन्होंने अपनी गाड़ी किनारे पर रोककर तूफ़ान रुकने का इंतज़ार कर रहे थे, वह अभी भी
तूफ़ान में फसें हुए है, लेकिन तुमने गाड़ी चलाना नही छोड़ा और अब तुम्हारा तूफ़ान ख़तम
हो चूका है।”
दोस्तों, इस कहानी के द्वारा यह संदेश देने कि कोशिश की गई है, कि जब
कठिन परिस्थिति आती है तो कई लोग अपना काम छोड़ने पर मजबूर हो जाते है, वह परेशान
हो जाते है, और सही वक़्त आने का इंतज़ार करते है और उपरवाले के भरोसे बैठ जाते है। लेकिन जो लोग कठिन परिस्थिति में भी आगे बढ़ते रहते है, वह रास्तों
में आने वाले भयंकर तूफानों के बावजूद उस तूफ़ान से बाहार निकलकर आगे बढ़ते रहते है
और नये चुनोतियों के लिए तैयार रहते है। वो ही अपनी मंजिल को पाते है।
मुसीबतें हमारी जीवन की सच्चाई है, कोई इस बात को समझ लेता तो कोई इस
बात का रोना पूरी जिंदगी रोता है। जिंदगी के हर मोड़ पर हमारा सामना मुसीबतों से
होता है, इसके बिना जिंदगी की कल्पना नही की जा सकती है। इसलिए...
“जीवन
में हमेशा आगे बढ़ते रहिये हर तूफ़ान पीछे छूटता जाएगा”
2 Comments
this is total non sense !!!!!!!!
ReplyDeleteहाँ, तुम्हारे विचार से ऐसा हो सकता है,
ReplyDeleteलेकिन मुझे ऐसा नही लगता है