बदलाव जरुरी है




 
बदलाव जरुरी है
Badlaw



यह Story एक छोटी बच्ची की है। जो पहली बार साइकिल से School जाती है, और हमे जीवन में बदलाव की बहुत बड़ी सीख दे जाती है

ये बात उस समय की है, जब संध्या को उसकी माँ ने एक नयी साइकिल खरीद कर दी थी संध्या बहुत खुश थी, क्योंकि अब उसे पैदल School नही जाना पड़ेगा दुसरे ही दिन संध्या जल्दी-जल्दी तैयार हो गयी School जाने के लिए, संध्या को इतना खुश देखकर उसकी माँ भी खुश थी

 School जाने का समय हो चूका थासंध्या घर से साइकिल निकाल School की ओर चल दी संध्या साइकिल बहुत अच्छे से चला रही थी और साइकिल चलाते हुए वह परिस्तिथियों के अनुसार बदलाव भी कर रही थी, जैसे भीड़ आ जाने पर ब्रेक लगाना, मोड़ आ जाने पर दिशा बदलना, बहुत ज्यादा भीड़ होने पर रुक जाना इत्यादि

इतनी परेशानियों के आने के बावजुद भी वह खुश थी, क्योंकि उसे साइकिल चलाने में मज़ा आ रहा था उसने कभी सोचा ही नही की ये सब परेशानियाँ हैवह तो बस अपने लक्ष्य पर Focused थी कई बार रुकने के बाद भी संध्या School पहुँच ही जाती है

ठीक,
इसी प्रकार जीवन भी साइकिल चलाने जैसा ही है परिस्तिथियों के अनुरूप जीवन में भी बदलाव जरुरी है। लेकिन अपने लक्ष्य को ही बदल देना, इससे बड़ी मुर्खता और कुछ भी नही है अगर आप छोटी-मोती परेशानियों से ही विचलित हो जायेंगे तो अपने जीवन में प्रगति कैसे करेंगे अपनी पिछली Post  परेशानियों से प्रगति की ओर  में मैंने बताया है कि परेशानियों को परेशानी न समझे, उसे चुनौती के रूप में देखे, परेशानियाँ वही ढेर हो जायेगी

दोस्तो,
         "लक्ष्य को पाने के लिए बदलाव उचित है, लेकिन लक्ष्य को ही बदलना मुर्खता।"







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