असफलता ही सफलता का मार्गदर्शन कराता है।



दोस्तो,

           पिछली Story सफलता  में मैंने बताया कि, कैसे प्रकाश राजीव को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करता देख प्रकाश भी प्रतियोगिता  परीक्षा की तैयारी करने का फैसला करता है लेकिन कुछ महीनों के परिश्रम के बाद वो थक  हार कर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करना छोड़ देता है, और समाज की नजरों में असफल हो जाता है

                                                    अगर कहा जाये तो प्रकाश का असफल होना लगभग तय ही था, क्योंकि प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करना उसका  Passion था ही नही, इसलिए वो उससे ज्यादा दिनों तक जुड़ा नही रह सका और अंत में हार कर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी न करने का फैसला किया जोकि एकदम सही फैसला था लेकिन समाज तो सफलता और असफलता का ही जाप करती रहती है, कि कौन सफल है और कौन असफल ?

      "इंसान के एक गलत फैसले से उसकी पूरी जिंदगी ही बदल जाती है" जैसे प्रकाश के उस फैसले से हुआ, पर समय रहते ही उसने अपने Decision को Change कर फिर से एक नई शरुआत की

कुछ दिनों एकान्त में चिंतन करने के बाद प्रकाश एक दिन हाथ में कुदाल लिए निकल पड़ा अपनी खाली पड़ी जमीन की ओर खेत पहुँच कर खेत को कोड़ने लगा प्रकाश के कठिन मेहनत का रंग दिखना शुरू हो गया था उसने 7 दिनों में पुरे खेत को कुदाल से ही कोड़ दिया फिर उसने उसमे आलू उगाना शुरू किया जब आलू हुआ तो वह उसे बाजार में बेच दिया फिर प्रकाश ने खेत दूसरी सब्जी लगाया और  जब वो बड़ा हुआ  तो उसे भी उसने बाज़ार  बेच दिया इसी तरह वो सब्जियाँ उगता और बेचता जिससे उसे काफी मुनाफा होने लगा

धीरे-धीरे  वो अपने अनुपजाऊ  पड़ी जमीन को कड़ी मेहनत कर उपजाऊ जमीन में बदलने लगा एक समय ऐसा आ गया कि  प्रकाश की सारी अनुपजाऊ जमीन उपजाऊ जमीन में बदल गयी ये केवल प्रकाश के कड़ी मेहनत का ही फल था, जो उसके अनुपजाऊ जमीन को उपजाऊ जमीन में बदल पाया अब वो सारी जमीन पर खेती करना शुरू कर दिया और उसे बाजार में बेचने लगा इससे प्रकाश को इतना फायदा होने लगा जितना प्रकाश ने सोचा भी नही था अब उसे कुछ Worker की जरुरत होने लगी थी तो उसने अपने गांव के ही 5 व्यक्तियों को  अपने पास काम करने के लिए रख लिया सब कुछ ठीक से चलने लगा था एक दिन बाजार जाते हुए प्रकाश को एक Idea आया कि, "बाज़ार जा कर सब्जियाँ बेचने से अच्छा है कि बाज़ार को ही अपने पास बुला लेते है"

                                     तो उसने बाज़ार के कुछ सब्जी दुकानदारों से संपर्क कर बताया कि, वो मेरे पास से ही सब्जियाँ ले और उसे अपने दुकानों में बेचे कुछ दुकानदारों ने हामी भरी लेकिन कुछ ने मना कर दिया लेकिन प्रकाश ने हिम्मत नही हारी वो प्रयास करता रहा प्रकाश अब दुकानदारों को  न्युनतम Rate में सब्जियाँ बेचना शुरू कर दिया धीरे-धीरे दुकानदारों कि संख्या बढ़ने लगी और क्या था देखते ही देखते उसका ये फैसला भी सही साबित हो गया अब तो वह सब्जियाँ उगाता और दुकानदार वही से सब्जियाँ खरीद लेते अब प्रकाश के पास काम करने वालो कि संख्या भी बढ़ने लगी अभी प्रकाश के पास कुल 27 Worker काम कर रहे है

अगर प्रकाश प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करना नही छोड़ता तो आज इस मुकाम पर नही होता


शिक्षा 
  • जब भी आप कोई Decision ले तो सोच-विचार कर ही ले अगर आप प्रकाश के ही तरह दूसरों को देख कर Decision लेते है तो आप मुसीबत में पड़ सकते है 
  • अगर आपने कोई Decision ले लिया है, लेकिन आप उससे खुश नही है या उसमे आपका Passion नही है तो Decision को बदल कर एक नई शुरुआत करें. आप अपना Decision Change करने में जितना Late करेंगे उतना आप परेशानियों से घिरते रहेंगे
  • जो आपका Passion है, उसे ही अपना Profession बनाये क्योंकि इससे आपको हमेशा अपने काम में नयी उर्जा महसुस होगी, जो आपको मुश्किल समय में भी डटे रहने का शक्ति प्रदान करेगी और एक दिन ऐसा आएगा, जब आप उन बुलंदियों को छूने लगेंगे जहाँ आप पहुँचाना चाहते थे   


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